अवसर
एक village में एक किसान रहता था वो रात दिन भगवन से प्रार्थना करता था की उसे आमिर बना दो | एक बार रात को उसे एक सपना आया जिसमे एक पंडित ने उसे बताया की सुबह सूर्योदय से पहले नदी के किनारे तुम सबसे पहले जिस भैस की पूछ पकड़ो गे वही भैस तुमको करोड़पति बना देगी | सपने में यह बात सुनकर किसान को रात भर नींद नहीं आई सुबह जल्दी उठकर नहाकर सूर्योदय से पहले नदी किनारे जाकर खड़ा हो गया |
तभी अचानक उसे दूर से एक भैस आती हुई नज़र आई , मगर भैस काफी दुबली पतली थी , भैस को देखकर किसान के मन में लालच आ गई की यदि मै इस भैस की पूछ पकङु गा तो कही मै और कंगाल न हो जाउ | उसने सोचा थोड़ा और रुक जाता हु हो सकता है अछि मोटी ताज़ी भैस आ जाय | तभी अचानक उसे दूर से एक भैस आती हुई नज़र आई
किसान उस मोटी ताज़ी भैस को देखकर काफी खुश हुआ उसके मन में करोड़पति बनने की लालसा बढ़ गई पर अफ़सोस की बात यह थी की जिस मोटी ताज़ी भैस को देखकर वह खुश हो रहा था उस भैस की तो पूछ ही नहीं थी |
किसान जोर जोर से रोने लगा क्युकी उसके सामने से करोड़पति बनने का अवसर निकल चूका था उसने भगवान से बोला हे प्रभु तुमने मुझे करोड़पति बनने का अवसर दिया पर मै उसे नहीं पहचान सका |
प्रेरणा : दोस्तों इस कहानी से हमें यह प्रेरणा मिलती है की भगवान हमें जीवन में success होने के लिए अवसर देता है लेकिन हमारे आखो में लालच का अन्धकार होने से हम उन अवसर को नहीं पहचान पाते और उस किसान की तरह मोटी ताज़ी भैस का इन्तिज़ार करते रहते है
अवसर एक भागते हुआ घोड़े की तरह होता है जो आपके सामने से भागता हुआ जाता है अगर आप उसे पहचान जाते है और उस पर सवार हो जाते है तो वह घोडा आपको आपकी मंज़िल तक पहुंचा देता है |

एक village में एक किसान रहता था वो रात दिन भगवन से प्रार्थना करता था की उसे आमिर बना दो | एक बार रात को उसे एक सपना आया जिसमे एक पंडित ने उसे बताया की सुबह सूर्योदय से पहले नदी के किनारे तुम सबसे पहले जिस भैस की पूछ पकड़ो गे वही भैस तुमको करोड़पति बना देगी | सपने में यह बात सुनकर किसान को रात भर नींद नहीं आई सुबह जल्दी उठकर नहाकर सूर्योदय से पहले नदी किनारे जाकर खड़ा हो गया |
तभी अचानक उसे दूर से एक भैस आती हुई नज़र आई , मगर भैस काफी दुबली पतली थी , भैस को देखकर किसान के मन में लालच आ गई की यदि मै इस भैस की पूछ पकङु गा तो कही मै और कंगाल न हो जाउ | उसने सोचा थोड़ा और रुक जाता हु हो सकता है अछि मोटी ताज़ी भैस आ जाय | तभी अचानक उसे दूर से एक भैस आती हुई नज़र आई
किसान उस मोटी ताज़ी भैस को देखकर काफी खुश हुआ उसके मन में करोड़पति बनने की लालसा बढ़ गई पर अफ़सोस की बात यह थी की जिस मोटी ताज़ी भैस को देखकर वह खुश हो रहा था उस भैस की तो पूछ ही नहीं थी |
किसान जोर जोर से रोने लगा क्युकी उसके सामने से करोड़पति बनने का अवसर निकल चूका था उसने भगवान से बोला हे प्रभु तुमने मुझे करोड़पति बनने का अवसर दिया पर मै उसे नहीं पहचान सका |
प्रेरणा : दोस्तों इस कहानी से हमें यह प्रेरणा मिलती है की भगवान हमें जीवन में success होने के लिए अवसर देता है लेकिन हमारे आखो में लालच का अन्धकार होने से हम उन अवसर को नहीं पहचान पाते और उस किसान की तरह मोटी ताज़ी भैस का इन्तिज़ार करते रहते है
अवसर एक भागते हुआ घोड़े की तरह होता है जो आपके सामने से भागता हुआ जाता है अगर आप उसे पहचान जाते है और उस पर सवार हो जाते है तो वह घोडा आपको आपकी मंज़िल तक पहुंचा देता है |

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